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Mount Abu – Shipping, Aviation and Tourism Conference Inaugurated

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राजयोग सिखलाता है अखिल ब्रह्माण्ड का सफर : राजयोगिनी डॉक्टर निर्मला दीदी 
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ज्ञान सरोवर ( आबू पर्वत ),११ अगस्त २०१७ । आज ज्ञान सरोवर स्थित हार्मनी हॉल में ब्रह्माकुमारीज एवं आर ई आर एफ की भगिनी संस्था ,”नौपरिवहन ,विमानन और पर्यटन सेवा प्रभाग ” के संयुक्त तत्वावधान में एक अखिल भारतीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। सम्मलेन का मुख्य विषय था -” यात्रा और पर्यटन के लिए नया चिंतन “ . इस सम्मलेन में बड़ी संख्या में प्रतिनिधिओं ने भाग लिया . दीप प्रज्वलित करके इस सम्मेलन का उद्घाटन सम्पन्न हुआ.

राजयोगिनी  डॉक्टर निर्मला दीदी जी , निदेशक , ज्ञान सरोवर तथा नौपरिवहन ,विमानन और पर्यटन सेवा प्रभाग की अध्यक्षा ने अध्यक्षीय उद्बोधन प्रकट किया।  आपने कहा की हम सभी यात्री हैं और जीवन के सफर में आगे बढ़  रहे हैं।  स्थूल साधनो के द्वारा हम एक देश से अन्य तक जाते हैं मगर यहां हम एक स्थान पर बैठे बैठे ही अखिल ब्रह्माण्ड का सफर करते ही रहते हैं।  आप सभी यहां यह सीखेंगे।
परमधाम की यात्रा सर्वाधिक इम्पोर्टेन्ट हैं।  ईश्वर तक अपनी बातें पहुंचने के लिए इस कला को सीखना ही होगा।  यहां सिर्फ बाहर की सफाई नहीं बल्कि अंतर की सफाई कैसे हो – यह भी सिखाया जाता है।
जिसने यह जान लिया वह वैश्विक यात्री – आध्यात्मिक यात्री बन गया।  फिर उसे पीछे मुड़  कर देखने की जरूरत नहीं हैं। हमें पूरा विश्वास है की आने वाले समय  में भारत संसार में  नंबर वन पर्यटन स्थल बनेगा।
नौपरिवहन ,विमानन और पर्यटन सेवा प्रभाग की राष्ट्रीय समन्वयक राजयोगिनी मीरा बहन ने आज के अवसर पर कहा कि हर मानव एक यात्री है – जन्म से ही वह यात्री है। आज सर्वांगीण , टिकाऊ और सतत पर्यटन की जरूरत है क्योंकि इसका प्रभाव हमारे राष्ट्रीय विकास पर पड़ता है। धार्मिक स्थानों की यात्रा से मन को शांति प्राप्त होती है। इन धार्मिक स्थलों से हमें प्रेरणा मिलती है की हम अपने रूपांतरण के लिए इन धार्मिक जगहों का दौरा कर सकते हैं। पर्यटन के माध्यम से मूल्यों को समाज में प्रतिस्थापित करने में भी काफी मदद मिलती है। इस प्रभाग से जुड़े हुए लोग अगर अपना सहयोग देते रहे तो काफी सफलता मिल सकती है। नजरिया बदलने से नज़ारे बदल जाते हैं। संसार बदल जाता है। मीलों लम्बे सफर को हम मुस्कुरा का आसान बना सकते हैं। जीवन के किताब के अनेक पन्ने खोलने के लिए भ्रमण करना जरूरी है।
मध्य प्रदेश राज्य पर्यटन विकास निगम के सदस्य हीरेन्द्र सिंह शेखावत ने मुख्य अतिथि के बतौर अपने उदगार प्रकट किये।  आपने कहा कि पर्यटन हमारी संस्कृति का एक अटूट हिस्सा रहा है।  हमारे स्वभाव में भी पर्यटन शामिल है।  पहले आध्यात्मिक पर्यटन था मगर आज अनेक प्रकार के पर्यटन अस्तित्व में आ गए हैं।  मेडिकल ,हेरिटेज ,विलेज ,एजुकेशनल और भी अन्य प्रकार हैं पर्यटन के।
केरल की आमदनी का एक मात्र मुख्य जरिया पर्यटन ही है।  इसके माध्यम से हम खासी आमदनी भी कर सकते सकते हैं।  हम सभी आज ब्रह्मा कुमारीस में पहुंचे हैं।  यहां स्वच्छता का साम्राज्य पसरा हुआ है।  क्या पता हमारे माननीय प्रधान मंत्री जी ने स्वछता की प्रेरणा यहीं से प्राप्त की हो ? दुःख की बात है की पर्यटन का उचित बढ़ावा यहां अभी तक नहीं मिला है।  इस दिशा में ध्यान दिया जाना चाहिए।
मुंबई पोर्ट ट्रस्ट के प्रतिनिधि आर पी मुदलियार ने अपनी शुभ कामनाएं सम्मेलन को प्रदान कीं।   आपने कहा की मेरा ये सौभाग्य है की मैं आज इस मंच पर उपस्थित हूँ।  मैं बाल्य काल से ही ब्रह्मा कुमारीस को जानता  हूँ मगर मेरा इनसे कोई सम्पर्क कभी रहा नहीं।  मुझे ख़ुशी है की मैं आज यहां उपस्थित हूँ।  मेरे चेयरमैन भाटिया साब रजयोगा का अभ्यास करते हैं और हमारे पोर्ट में सामूहिक योग अभ्यास होता है।  मुझे भी लाभ मिला है।  काफी अच्छा लगा।  यह स्वर्ग है।  इतना पवित्र और शांत स्थल मैंने कहीं भी नहीं देखा है।  यहां के सभी भाई  और बहने निःस्वार्थ सेवा में रत हैं।  मैं सभी के लिए अपना हार्दिक आभार व्यक्त कर रहा हूँ।
पर्यटन उद्योगपति ललित मोहन जी ने कहा की हम इस तीर्थ स्थल पर आने वाले सौभाग्यशाली हैं।  महान पल हैं ये।  मुझे लग रहा है की पर्यटन को सही अर्थों में तो ये ब्रह्मा कुमारीस  के भाई और बहने जी रहे हैं। आध्यात्मि यात्रा का क्या मुक़ाबला है ??

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SAT Wing Meeting with Hon’ble President of India

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37 members from the Shipping, Aviation and Tourism (SAT) Wing of the Brahma Kumaris had the divine opportunity to meet HE Droupadi Murmu jiHon’ble President of India at Rashtrapati Bhawan, New Delhi.
Delegates from across India participated in this significant occasion, presenting the various nationwide service activities, spiritual empowerment projects undertaken by the SAT Wing for societal upliftment.

The team was gracefully led by Rajyogini BK Meera Didi, Chairperson, along with Rajyogini BK Kamlesh Didi, National Co-ordinator and Rajyogi B.K. Santosh Bhai, H.Q. Co-ordinator. Rajyogini BK Muthumani Didi represented the Tamil Nadu SAT Wing as Zonal Co-ordinator.

BK.Meera Didi shared the theme of the year “Meri Sanskruti, Meri Pahchan”, mentioning that ancient Bharat has a rich tradition, culture and heritage.

The Hon’ble President appreciated the spiritual values, technological applications, and tireless service spirit of the Brahma Kumaris. She was overwhelmed by the love and sakash that the BK family is offering to her. She assured that she would be available to co-operate with the BKs in achieving their mission.

The meeting was filled with vibrations of respect, inspiration, love and commitment to further expand value-based services for a better Bharat.

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“मेरी संस्कृति, मेरी पहचान” अभियान का श्रीनगर उत्तराखंड से हुआ शुभारम्भ

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“मेरी संस्कृति, मेरी पहचान” अभियान का श्रीनगर उत्तराखंड से हुआ शुभारम्भ
उत्तराखंड राज्य  के रजत जयंती का समारोह मनाया गया
10 दिन तक चलेगा अभियान उत्तरकाशी में होगा भव्य समापन समारोह
श्रीनगर (उत्तराखंड)–  ब्रह्माकुमारीज़ के शिपिंग एविएशन टूरिज्म विंग एवं ब्रह्माकुमारीज़ श्रीनगर गढ़वाल सेवा केंद्र के द्वारा उत्तराखंड राज्य स्थापना के रजत जयंती समारोह के उपलक्ष में ब्रह्माकुमारीज के श्रीनगर गढ़वाल सेवा केंद्र से “मेरी संस्कृति मेरी पहचान” अभियान की शुरुआत हुई ।
ब्रह्माकुमारीज के क्षेत्रीय निदेशक एवं सीनियर नेशनल कोऑर्डिनेटर स्पोर्ट्स विंग ब्रह्माकुमार राजयोगी भ्राता मेंहरचंद जी ने कहा कि अतीत में पूरे विश्व में भारतीय संस्कृति का प्रभाव था।  भारत अध्यात्म और विज्ञान का केंद्र था किंतु पराधीन कल में भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के बहुत से प्रयास हुए। किंतु आज भी भारतीय संस्कृति अपने मूल्यों को बनाए हुए हैं। आज ब्रह्माकुमारीज अनेकों कार्यक्रमों और राजयोग शिविरों के द्वारा विश्व के 140 देश में गीता में वर्णित राजयोग ध्यान के द्वारा भारतीय संस्कृति का गौरव बढ़ा रही है।
उन्होंने कहा कि यह अभियान आज श्रीनगर से शुरू होकर रुद्रप्रयाग, गुप्तकाशी, कर्णप्रयाग, ज्योर्तिमठ, गोपेश्वर, नई टिहरी, चंबा, चिन्यालीसौड़ आदि स्थानों से होकर 19 नवंबर को इसका भव्य समापन उत्तरकाशी में होगा।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता दिल्ली से पधारे जोनल कोऑर्डिनेटर साइंटिस्ट एवं इंजीनियरिंग विंग ब्रह्माकुमार पीयूष भाई जी ने कहा कि उत्तराखंड कई प्राचीन मठ मंदिरों, पवित्र नदियों और ऋषि मुनियों की तपस्या का स्थान है। अतीत में जगतगुरु शंकराचार्य, महात्मा गांधी, कालिदास, स्वामी विवेकानंद स्वामी रामतीर्थ स्वामी शिवानंद जैसे अनेकों तपस्वियों ने उत्तराखंड में रहकर आध्यात्मिक प्रेरणायें लेकर भारत की संस्कृति का परचम पूरे विश्व तक पहुंच गया । और अब ब्रह्माकुमारीज भी तपस्वियों और वीरों की भूमि उत्तराखण्ड से विश्व को यह संदेश देना चाहती है कि सम्पूर्ण भारत पुनः देवभूमि बनने जा रहा जिसका कार्य गुप्त रूप से बाबा केदारनाथ स्वयं पिछले 90 वर्षों से कर रहे हैं
इस कार्यक्रम में गढ़वाल विश्वविद्यालय के वित्त अधिकारी डॉक्टर संजय ध्यानी जी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे साथ ही एडवोकेट विवेक जोशी ऑनर मोपिया रिजॉर्ट श्रीनगर एवं श्री अप्पल रतूड़ी अध्यक्ष होटल एसोसिएशन श्रीनगर भी कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे.
इस कार्यक्रम में अंबाला से पधारे ब्रह्माकुमारी शैली बहन जी ने संस्था का और खास पर्यटन विभाग का परिचय देते हुए सुनाया की ब्रह्माकुमारी संस्था विगत 90 वर्षों से समाज में मूल्य की पुनर्स्थापना के लिए कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि अभियान का उद्देश्य उत्तराखंड को धार्मिक-आध्यात्मिक पर्यटन के क्षेत्र में विश्व में अग्रणी राज्य बनाने का प्रयास करना है I
कार्यक्रम में गढ़वाल विश्वविद्यालय के एन एस एस के छात्र-छात्राओं द्वारा गढ़वाली, जौनसारी एवं कुमाऊनी परिधान में उत्तराखंड के परंपराओं एवं सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन किया।
इस अवसर पर प्रोफेसर जे.के तिवारी, प्रोफेसर राकेश नेगी भोपाल चौधरी कमला गोयल उमा जोशी आदि मौजूद रहे
इस अभियान की श्रृंखला में अनेक अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए
गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर में उत्तराखंड राज्य के रजत जयंती स्थापना वर्ष समारोह में ब्रह्माकुमारीज के राजयोगी भाई बहनों को आमंत्रित किया गया। इस समारोह में विशेष दिल्ली से पधारे ब्रह्माकुमार पीयूष भाई जी ने स्थापना दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि उत्तराखंड 25 वर्ष पूरा कर युवा राज्य बन चुका है, भारत को विश्वगुरु बनाने में युवा उत्तराखंड के युवाओं की बहुत मुख्य भूमिका है। उन्होंने विशेष युवाओं को नशे से दूर रहने का आह्वान किया और सभी को राजयोग मेडिटेशन की अनुभूति भी करवायी.
रिवरसाइड होटल मलेथा टिहरी गढ़वाल में Service With Smile विषय पर होटल कर्मचारियों के लिए ब्रह्माकुमारीज के पर्यटन प्रभाग द्वारा उत्साहवर्धक ट्रेनिंग सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी ज्योति बहन जी ग्वालियर ने कहा कि मुस्कान के साथ सेवा करने से हमें सबकी दुआएं मिलती है।
सशस्त्र सीमा बल परीक्षण संस्थान श्रीनगर में STOP Worrying Start Enjoying विषय पर  आदरणीय राजयोगी ब्रह्माकुमार पीयूष भाई जी द्वारा व्याख्यान दिया
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SAT Wing Conference – 12th to 16th June 2025

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SAT Wing Conference – 12th to 16th June 2025

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